पुष्पक

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पुष्पक संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. फूल ।

२. कुबेर का विमान । विशेष—यह विमान आकाशमार्ग से चलता था । कुबेर को हराकर रावण ने यह विमान छीन लिया था । रावण के वध के उपरांत राम ने इसे फिर कुबेर को दे दिया ।

३. आँख का एक रोग । फूला । फूली ।

४. जड़ाऊ कंगन ।

५. रसांजन । रसौत ।

६. हीरा कसीस ।

७. पीतल ।

८. लोहे या पीतल का मैल ।

९. मिट्टी की अँगीठी ।

१०. एक प्रकार का निर्विष सर्प । बिना विष का एक साँप ।

११. एक पर्वत का नाम ।

१२. लोहे का बर्तन । लौहपात्र (को॰) ।

१३. प्रासाद बनाने का एक प्रकार का मंडप । विशेष— यह मंडप चौंसठ खंभों का होना चाहिए ।

१४. वह खंभा जिसके कोने आठ भागों में बँटे हों ।