पुष्पिका
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
पुष्पिका संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. दाँत का मैल ।
२. लिंग की मैल
३. अध्याय के अंत में वह वाक्य जिसमें कहे हुए प्रसंग की समाप्ति सूचित की जाती है । यह वाक्य 'इति श्री ' करके प्रायः आरंभ होता है जैसे, 'इति श्री स्कंदपुराणे रेवाखंडे' इत्यादि ।