पृतना संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] १. सेना का एक विभाग जिसमें २४३ हाथी, २४३ रथ, ७२९ घुड़सवार और १२१५ पैदल सिपाही होते हैं । उ॰—धरु धरु मारु सबद अपार फैल्यो इत उत चहँ पर पुतना करै बिहंड ।— गोपाल (शब्द॰) । २. सेना । फौज । ३. युद्ध । लड़ाई ।