पैठना क्रि॰ अ॰ [हिं॰ पैठ + ना ( प्रत्य॰)] घुसना । प्रविष्ट होना । प्रवेश करना । किसी वस्तु के भीतर या बीच में जाना । जैसे, घर में पैठना, पानी में पैठना । उ॰—चलेउ नाइ सिर पैठेउ बागा ।—तुलसी (शब्द॰) । संयो॰ क्रि॰—जाना ।