पैड़ी
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
पैड़ी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ पैर]
१. वह जिसपर पैर रखकर ऊपर चढ़ें । सीढ़ी । जैसे, हर की पैड़ी ।
२. कुएँ पर चरसा खींचनेवाले बैलों के चलने के लिये बना हुआ ढालवाँ रास्ता ।
३. वह स्थान जहाँ सिंचाई के लिये जलाशय से पानी लेकर ढालते हैं । पौदर ।