पैना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
पैना ^१ वि॰ [सं॰ पैण ( = घिसना, टेना)] [वि॰ स्त्री॰ पैनी] जिसकी धार बहुत पतली या काटनेवाली हो । चोखा । धारदार । तीक्ष्ण । तेज । उ॰—परनारी, पैनी छुरी कबहुँ न लावो अंग (शब्द॰) ।
पैना ^२ संज्ञा पुं॰
१. हलवाहों की बैल हाँकने की छोटी छड़ी ।
२. लोहे का नुकीला छड़ । अंकुश ।
पैना ^३ संज्ञा पुं॰ [?] धातु गलाने का मसाला ।
पैना † ^४ संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'पैन ^१' ।