प्रतिलोमज

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

प्रतिलोमज संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. वह जिसके पिता और माता दोनों अलग अलग जाति के हों । वर्णसंकर ।

२. नीच वर्ण के पुरुष और उच्च वर्ण की कन्या से उत्पन संतान । जैसे,— सूत— श्रत्रिय पिता और ब्रह्माणी माता से उत्पन्न । वैदेहिक—वैश्य " " " " " " । चांड़ल—शूद्र " " " " " " । मागध—वैश्य " " क्षत्रिया " " " । क्षत्ता— शूद्र " " " " " " । आयोगव—" " " वैश्या " " " ।