प्रत्यग्र ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] पुराणानुसार उपरिचर वसु के एक पुत्र का नाम ।
प्रत्यग्र ^२ वि॰ १. नया । ताजा । २. शुद्ध । पवित्र (को॰) ।