प्रपत्ति

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

प्रपत्ति संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] अनन्य शरणागत होने की भावना । अनन्य भक्ति । उ॰—वैष्णव ग्रंथन सकल पढ़ायो । पुनि प्रपत्ति को धर्म सुनायो ।—रघुराज (शब्द॰) ।