प्रभूत

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

प्रभूत ^१ वि॰ [सं॰]

१. जो अच्छी तरह हुआ हो । भूत ।

२. उदगत । निकला हुआ । उत्पन्न ।

३. उन्नत ।

४. प्रचुर । बहुत अधिक । बहुत ज्यादा ।

प्रभूत ^२ संज्ञा पुं॰ पंचभूत । तत्व । उ॰—राघव की चतुरंग चमू चपि धूरि उठी जल हू थल छाई । मानो प्रताप हुतासन धूम सो केसवदास अकास न माई । मेटि कै पंच प्रभूत किधौं बिधि रेनुमयी नव रीति चलाई । दुःख निवेदन को भव भार को भूमि किधौं सुरलोक सिधाई ।—केशव (शब्द॰) ।