प्रयाण
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]प्रयाण संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. गमन । प्रस्थान । जाना । यात्रा । कूच । रवानगी । उ॰—जैसी आज्ञा उठा विभीषण, यह कह उसने किया प्रयाण । जँचा इसी में तात, मुझे, भी निज पुलस्त्य कुल का कल्याण ।—साकेत, पृ॰ ३९१ ।
२. युद्धयात्रा । चढ़ाई ।
३. आरंभ । किसी काम का छिड़ना ।
४. संसार से बिदाई । मृत्यु (को॰) ।
५. घोड़े की पीठ (को॰) ।
६. किसी जानवर का पिछला भाग (को॰) ।