प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
प्रवास संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. अपना घर या देश छोड़कर दूसरे देश में रहना । विदेश में रहना । परदेश का निवास ।
२. विदेश । यौ॰—प्रवासगत =विदेश गया हुआ । प्रवासपर = प्रवास में आसक्त । प्रवासस्थ, प्रवासस्थित =प्रवास पर गया हुआ ।