प्रष्ठ
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प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
प्रष्ठ ^१ वि॰ [सं॰]
१. अग्रगामी । अगुवा ।
२. आगे की ओर स्थित (को॰) ।
३. प्रधान । प्रमुख । श्रेष्ठ (को॰) । यौ॰—प्रष्ठवाह=कृषि कर्म में शिक्षित युवा बैल ।
प्रष्ठ ^२ अव्य॰ [ सं॰ पृष्ठ ] पीछे । उ॰—श्री गुरु मेरे इष्ट प्रष्ठ औरै पहिचानूँ ।—नट॰, पृ॰ १० ।