प्रसर्ग

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

प्रसर्ग संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. निक्षेपण । किसी चीच को ऊपर से छोड़ना । गिराना ।

२. वर्षण । बरसाना ।