प्रहर संज्ञा पुं॰ [सं॰] पहर । दिन रात के आठ सम भागों में से एक भाग । पहरा । उ॰—इस स्वप्न में भी तार प्रहर के चार स्वप्न हैं ।—श्यामा॰, पृ॰ ३ ।