प्राग

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

प्राग पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ प्रयाग] तीर्थराज । प्रयाग । उ॰—कासी प्राग द्वारिका मथुरा, कहँ कहँ चित दौरावों ।—जग॰ श॰, पृ॰ ११७ ।