प्रातःकाल
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
प्रातःकाल संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. रात के अंत में सूर्योदय के पूर्व का काल । यह तीन मुहुर्त का माना गया है । विशेष—जिस समय सूर्य उदय होने को होता है, उससे डेढ़ दो घंटा पहले पूर्व दिशा में कुछ प्रकाश दिखाई पड़ने लगता है और उधर के नक्षत्रों का रंग फीका पड़ना प्रारंभ होता है । तभी से इस काल का आरंभ माना जाता है ।
२. सबेरे का समय । सूर्योदय के कुछ देर बाद तक का समय ।