फगुहारा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]फगुहारा पु † संज्ञा पुं॰ [हिं॰ फगुआ + हार (प्रत्य॰)] फाग खेलनेवाला । उ॰—बाहर सों फगुहार जुरे जुव जन रस राते ।— प्रेमघन, भा॰ १, पृ॰ ३८३ ।
फगुहारा † संज्ञा पुं॰ [हिं॰ फगुआ + हारा (प्रत्य॰)] [स्त्री॰ फगुहारी, फगुहारिन]
१. वह जो फाग खेलने के लिये होली में किसी के यहाँ जाय । उ॰—मुँद्यो ब्रजमंडल मदन सुख सदन में नंद को नंदन चित चोरन डरत है । अंबर में राधा मुख चंद्र उयो चाहै तौ लों फगुहारे पाहरुनि सोर सरसत हैं ।— देव (शब्द॰) ।
२. फगुआ गानेवाला पुरुष ।