फतवा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

फतवा संज्ञा पुं॰ [अ॰ फत्वा] मुसलमानों के धर्मशास्त्रनुसार (जिसे शरअ कहते हैं) व्यवस्था जो उस धर्म के आचार्य या मौलवी आदि किसी कर्म के अनुकूल वा प्रतिकूल होने के विषय में देते हैं । क्रि॰ प्र॰—देना ।—लेना ।