फतिंगा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

फतिंगा संज्ञा पुं॰ [सं॰ पतङ्ग] [स्त्री॰ फतिंगी] किसी प्रकार का उड़नेवाला कीड़ा, विशेषतः वह कीड़ा जो बरसात के दिनों में अग्नि या प्रकाश के आसपास मँडराता हुआ अंत में उसी में गिर पड़ता है । फतिंगा । पतंग । उ॰—जो हमें मेली दिए जैसा मिले । हो फतिंगे के मिलन साजो मिलन ।—चुभते॰, पृ॰ ६५ ।