फन्नी
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
फन्नी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ फण]
१. लकड़ी आदि का वह टुकड़ा जो किसी ढीली चीज की जड़ में उसे कसने या दृढ़ करने के लिये ठोंका जाता है । पच्चर ।
२. कंघी की तरह का जुलाहों का एक औजार जो बाँस की तीलियों का बना हुआ होता है और जिससे दबाकर बुना हुआ बाना ठीक किया जाता है ।
फन्नी ^२ वि॰ [अ॰ फन्नी] फन संबंधी । कला संबंधी [को॰] ।