फरक्क ‡ ^१ संज्ञा पुं॰ [अ॰ फरक] दे॰ 'फरक' ।
फरक्क ‡ ^२ क्रि॰ वि॰ [सं॰ पराक्, फरक, हिं॰ फरके] दूर । अलग । परे । उ॰—बेड़ा देखा झाँझरा, ऊतरि भया फरक्क ।— कबीर सा॰ सं॰, भा॰ १, पृ॰ २ ।