फलमूल

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

फलमूल संज्ञा पुं॰ [सं॰] फल और कंद या मूल । उ॰—(क) लिए फलमूल भेंज फरि भारा । मिलन चलेउ हिय हरषु अपारा ।—मानस, ३ ।८८ । (ख) सुचि फलमूल मधुर मृदु जानी ।—मानस, २ ।८९ ।