फागुन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

फागुन संज्ञा पुं॰ [सं॰ फाल्गुन] शिशिर ऋतु का दूसरा महीना । माघ के बाद का महीना । फाल्गुन । उ॰—ऋतु फागुन नियरानी, कोई पिया से मिलावे ।—कबीर श॰, भा॰ १, पृ॰ ६८ । विशेष—यद्यपि इस महीने की गिनती पतझड़ या शिशिर में है, तथापि वसंत का आभास इसमें दिखाई देने लगता है । जैसे, नई पत्तियाँ निकलना आरंभ होना, आमों में मजरी लगना, टेसू फूलना इत्यादि । इस महीने की पूर्णिमा को होलिका- दहन होता है । वह आनंद का महीना माना जाता है । इस महीने मे जो गीत गाए जाते है उन्हें फाग कहते हैं ।