फिरिश्ता
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]फिरिश्ता संज्ञा पुं॰ [फा़॰ फ़िरिश्तह्] दे॰ 'फरिश्ता' । यौ॰—फिरिश्ताखसलत, फिरिश्ताख् = भला । दे॰ 'फरिश्ता खूँ' । फरिश्तासूरत = देवरूप । मुहा॰—फिरिश्ते की गुजर न होना, या दाल न गलना = किसी का बस न होना । किसी की पहुँच न होना । फिरिश्ते दिखाई देना, या नजर आना = मौत करीब या नजदीक होना । फिरिश्तों को खबर न होना = अत्यंत गूढ़ या गोपनीय होना ।