फुस
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]फुस संज्ञा स्त्री॰ [अनु॰] वह शब्द जो मुँह से साफ फूटकर न निकले । बहुत धीमी आवाज । यौ॰—फुस फुस = (१)फेफड़ा । फुप्फुस । (२) साफ साफ न सुनाई पड़नेवाली धीमी आवाज । मुहा॰—फुस फुस करना = बहुत मंद स्वर में बात करना । फुसफुसाना । उ॰—मृतक के कान में भी थीड़ी देर फुस फुस करें, तो वह भी उठकर नाचने लगे ।—प्रेमघन॰, भा॰, २, पृ॰ ८० । फुस से = बहुत धीरे से । अत्यंत मंद स्वर से । जैसे,—जो बात होती है वह उसके पास जाकर फुस से कह आता है ।