फुहारा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]फुहारा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ फुहार]
१. जल का महीन छींटा ।
२. जल की वह टोंटी जिसमें से दबाव के कारण जल की महीन धार या छींटे वेग से ऊपर की ओर उठकर गिरा करते हैं । जल के छींटे देनेवाला यंत्र । जलयंत्र । उ॰—फहरै फुहारे, नीर नहरै नदी सी बहैं, छहरैं छबीली छाम छीटिन की छीटी है ।—पद्माकर (शब्द॰) ।