फूँकना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]फूँकना क्रि॰ स॰ [हिं॰ फूँक]
१. मुहँ को बटोरकर वेग के साथ हवा छोड़ना । ओठों को चारों ओर से दबाकर झोंक से हवा निकलना । जैसै,—(क) यह बाजा फूँकने से बजता है । (ख) फूँक दो तो कोयला दहक जाय । (ग) उसे फूँक दो तो उड़ जाय । उ॰—पुनि पुनि मोहिं दिखाई कुठारू । चहत उड़ावन फूँकि पहारू ।—तुलसी (शब्द॰) । विशेष—जिसपर वायु छोड़ी जाती है वह इस क्रिया का कर्म होता है, जैसे,—गर्द फूँक दो, उड़ जाय । संयो॰ क्रि॰—देना । मुहा॰—फूँक फूँककर पैंर रखना या चलना = (१) बचा बचाकर चलना । पैर रखने के पहले जगह को फूँक लेना जिसमें चींटी आदि जीव हट जायँ पैर के नीचे दबकर न मरने पाएँ । (२) बहुत बचाकर कोई काम करना । बहुत साव- धानी से कोई काम करना । कोई बात फूँकना = कान में धीरे से कोई बात कहना । बहकाना । कान भरना ।
२. मंत्र आदि पढ़कर किसी पर फूँक मारना । यौ॰—झाड़ना फूँकना ।
३. शंख, बाँसुरी आदि मुँह से बजाए जानेवाले बाजों को फूँककर बजाना । जैसे, शंख फूँकना ।
४. मुँह की हवा छोड़कर दहकाना । फूँककर प्रज्वलित करना । जैसे, आग फूँकना ।
५. जलाना । भस्म करना । उ॰—या पयाल को फूँकिए तनियक लाई आग । लहना पाया ढूँढ़ता धन्य हमारा भाग ।—कबीर (शब्द॰) । संयो॰ क्रि॰—डालना ।—देना । उ॰—ताको जननी की गति दीनी परम कृपाल गोपाल । दोन्हों फूँकि काठ तन वाको मिलि कै सकल गुवाल ।—सूर (शब्द॰) ।
६. धातुओं को रसायन की रीति से जड़ी बूटियों की सहायता से भस्म करना । जैसे, सोना फूँकना, पारा फूँकना ।
७. नष्ट करना । बरबाद करना । व्यर्थ व्यय कर देना । फजूल खर्च कर देना । उड़ाना । जैसे, धन फूँकना, रुपए पैसे फूँकना । संयो॰ क्रि॰—डालना ।—देना । यौ॰—फूँकना तापना = व्यर्थ खर्च कर देना । उड़ाना ।
८. जलाना । सताना । दुःख देना ।
९. चारों ओर फैला देना । प्रकाशित कर देना । जैसे, खबर फूँक देना ।