बँधुआ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ बँधना + उआ (प्रत्य॰)] कैदी । बंदी । उ॰— बँधुआ को जैसे लखत कोइ कोइ मनुष सुतंत ।—लक्ष्मण- सिंह (शब्द॰) ।