बँहगी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बँहगी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ वाह + अङ्गिका] भार ढोने का एक उपकरण । काँवर । विशेष— एक लंबे बाँस के टुकड़े के दोनें सिरों पर रस्सियों के बड़े बड़े छीके लटका दिए जाते है । इन्ही छीकों में बोझ रख देते हैं और लकड़ी की बीच में से कंधे पर रखकर ले चलते है । क्रि॰ प्र॰—उठाना ।—ढोना ।