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बंग

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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बंग ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ वङ्क] दे॰ 'वंग' ।

बंग ^२ संज्ञा स्त्री॰ [फा॰ बाँग] अजान की आवाज । उ॰—(क) मुसलमान कलमा पढ़ै तीस रोजा रहै, बगं निमाज घुनि करत गाढ़ी ।—कबीर॰ रे॰, पृ॰ १६ । (ख) एकादशी न ब्रतहिं विचारौं । रौजा धरौं न बंग पुकारौं ।—सुंदर॰ ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ ३०४ ।

बंग ^३ संज्ञा स्त्री॰ [फा़॰ । तुल॰ हिं॰ भंग] भाँग । विजया । एक मादक बुटी ।