बंदन
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]बंदन ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ वन्दनी (गोरोचन)]
१. रोचन । रोली । उ॰—अंग अंग चरचे अति चंदन । मुंडन भुरके देखिय बंदन ।—राम चं॰, पृ॰ ५ ।
२. ईंगुर । सिंदुर । सेंदुर । उ॰—बंदन भाल नयन बिच काजर ।—गीत (शब्द॰) ।
३. बंदनार ।
बंदन ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ वन्दन] दे॰ 'वंदन' । उ॰—कियो रणर्थभहि बंदन धीर ।—ह॰ रासो, पृ॰ ९३ ।