बकनालि

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बकनालि संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] दे॰ 'बंकनाल'—२ । उ॰—मूल सहस्त्र पवनाँ बहै । बंकनालि तब बहत रहै ।—गोरख॰, पृ॰ १८१ ।