बकार

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बकार ^१ संज्ञा पुं॰ [अ॰ बकार] अक्ष । धुरी । केंद्र । उ॰— अगर आप हिंदू जजबात का लिहाज करके किसी दूसरी जगह कुरबानी करें तो यकीनन इसलाम के वकार में फर्क न आएगा ।—काया॰, पृ॰ ४७ ।

बकार † ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ बकारी] बकारी । आवाज । शब्द ।