बक्तर संज्ञा पुं॰ [फा॰ बकतर] दे॰ 'बकतर' । उ॰— कबीर दादू धने, पहिर बक्तर बने, कामदेव सारिखे बहुत कूदे ।—चरण॰ वानी॰, पृ॰ ९३ ।