बचाव

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बचाव संज्ञा पुं॰ [हिं॰ बचाना]

१. बचने या बचाने का भाव ।

२. रक्ष । त्राण । उ॰— कहा कहति तू भई बावरी । ऐसे कैसे होय सखी री घर पुनि मेरी है बचाव री ।— सूर (शब्द॰) ।

३. बाद में सफाई । सफाई पक्ष ।