बजर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बजर पु † संज्ञा पुं॰ [सं॰ बज्र, हि॰ बज्र] दे॰ 'बज्र' । उ॰—(क) गोट गोट सखी सब गेलि बहराय । बजर किवाड़ पहु देलन्हि लगाय ।— विद्यापति॰, पृ॰ २०४ । (ख) अजर अमर अणभंग बजर आयुध बजरंगी ।— रघु॰ रू॰, पृ॰ ३ ।