बटुक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बटुक संज्ञा पुं॰ [सं॰] दे॰ 'वटुक' । उ॰— हा ! बटुक के धक्के से गिरकर रोहिताश्व ने क्रोधभरी और रानी ने करुणा- भरी दृष्टि से जो मेरी ओर देखा था वह अबतक नहीं भूलती ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ २९४ ।

२. बदमाश व्यक्ति (को॰) ।