बट्टा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बट्टा संज्ञा पुं॰ [सं॰ वार्त्त, प्रा॰ वाट्ट (=बनियाई)]

१. कमी जो व्यवहार या लैनदेन में किसा वस्तु के मूल्य में हो जाती है । दलाली । दस्तूरी । डिसकाउंट । जैसे,—माल बिक जाने पर बट्टा काटकर आपकी दाम दे दिया जायगा । उ॰— बट्टा काटि कसूर भरम को फेरन लै लै डारै ।— सूर (शब्द॰) । यौ॰—ब्याज बट्टा । मुहा॰—बट्टा काटना = दस्तूरी आदि निकाल लेना ।

२. पूरे मूल्य में वह कमी जो किसी सिक्के आदि को बदलने या तुड़ाने में हो । वह घाटा जो सिक्के के बदले में उसी सिक्के की धातु अथवा छोटा या बड़ा सिक्का लेने में सहना पडै़ । वह अधिक द्रव्य जो सिक्का भुनाने या उसी सिक्के की धातु लेने में देना पडे़ । भाँज । जैसे,— (क) रुपया तुड़ाने में यहाँ एक पैसा बट्टा लगेगा । (ख) आज कल चाँदी लेने में दो आना वट्टा लगेगा । क्रि॰ प्र॰—देना ।—लगना ।—लेना ।

३. खोटे सिक्के धातु आदि के बदलने या बेचने में वह कमी जो उसके पूरे मूल्य में हो जाती है । जैसे,— रुपया खोटा है इसमें दो आना बट्टा लगेगा । मुहा॰—बट्टा लगाना = दाग लगाना । कलंक लगना । ऐब हो जाना । त्रुटि या कमर हो जाना । जैसे, इज्जत या नाम में बट्टा लगेना, साख में बट्टा लगना । बट्टा लगाना = कलंक लगाना । ऐव लगना । दूषित करना । बदनाम करना । जैसे, बड़ों के नाम पर बट्टा लगाना ।

४. टोटा । घाटा । नुकसान । हानि ।

बट्टा ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ बटक, हिं॰ बटा(= गोला)] [स्त्री॰ अल्पा॰ बट्टी, बटिया]

१. पत्थर का गोल टुकड़ा जो किसी वस्तु को कूटने या पीसने के काम में आवे । कूटने या पीसने का पत्थर । लोढ़ा । यौ॰—सिलवट्टा ।

२. पत्थर आदि का गोल टुकड़ा ।

३. गोल डिब्बा जिसमें पान या जवाहिरात रखते हैं ।

४. कटोरा या प्याला जिसे औंधा रखकर बाजीगर यह दिखाते हैं कि उसमें कोई वस्तु । आ गई या उसमें से कोई वस्तु निकल गई । यौ॰—बटट्टेबाज ।

५. एक प्रकार की उबाली हुई सुपारी ।