बढ़ान

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बढ़ान संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ बढ़ना] बढ़ने का भाव । वृद्धि । बढ़ती । उ॰—शास्त्र की लंबाई की कटान या बढान कला की ऊँचाई निचाई पर निर्भर है ।—काव्य॰, पृ॰ ९ ।