बनजारा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बनजारा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ बनिज + हारा] [स्त्री॰ बनजारन, बनजारी]

१. वह व्यक्ति जो बँलों पर अन्न लादकर बेचने के लिये एक देश से दूसरे देश को जाता है । टाँडा़ लादनेवाला व्यक्ति । टँड़ैया । टँड़वरिया । बंजारा । उ॰—सब ठाट पड़ा रह जावेगा, जब लाद चलैगे बनजारा ।—नजीर(शब्द॰) ।

२. बनिया । व्यापारी । सौदागर । उ॰—(क) चितउर गढ़ कर इक बनजारा । सिंहलदीप चला बैपारा ।—जायसी (शब्द॰) । (ख) हठी मरहठी तामें राख्यो ना मवास कोऊ छीने हथियार सबै डोलै बनजारै से ।—भूषण (शब्द॰) ।