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बनिहार

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बनिहार संज्ञा पुं॰ [हिं॰ बन + हार (पत्य॰) अथवा हिं॰ बन्नी] वह आदमी जो कुछ वेतन अथबा उपज का अंश देने के वादे पर जमीन जोतने, बोने, फसल आदि काटने और खेत की रखवाली करने के लिये रखा जाय ।