बलराम

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बलराम संज्ञा पुं॰ [सं॰] कृष्णचंद्र के भाई जो रोहिणी से उत्पन्न हुए थे । विशेष—कृष्ण के साथ ये गोकुल में रहे और उनके साथ ही मथुरा में आए । ये स्वभाव के बड़े उद्दंड थे और मद्य पिया करते थे । इनका अस्त्र हल और मूसल था । सून पौराणिक की धृष्टता पर क्रुद्ध होकर इन्होने उन्हें मार डाला था ।