सामग्री पर जाएँ

बलाक

विक्षनरी से


प्रकाशितकोशों से अर्थ

[सम्पादन]

शब्दसागर

[सम्पादन]

बलाक संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. बक । बगला ।

२. एक राजा का नाम जो भागवत के अनुसार पुरु का पुत्र और जहनु का पौत्र था ।

३. जातुकर्ण सुनि के एक शिष्य का नाम ।

४. एक राक्षस का नाम ।

५. शाकपूणि ऋषि के एक शिष्य का नाम ।