बवंडर
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]बवंडर संज्ञा पुं॰ [सं॰ वायु + मण्डल या सं॰ वात हिं॰ अर्डबर]
१. हवा का तेज झोंका जो घूमता हुआ चलता है और जिसमे ं पड़ी हुई घूम खंभे के आकार में ऊपर उठती हुई दिखाई देती है । चक्र की तरह धूमती हुई वायु । चक्रवात । बगूला । क्रि॰ प्र॰—उठना ।
२. प्रचंड वायु । आँधी । तूफान । उ॰—आई जसुमत विगत बवंडर । बिन गोविंद लख्यो सो मंदिर ।—गोपाल (शब्द॰) ।