बसह संज्ञा पुं॰ [सं॰ वृपभ, प्रा॰ बसह] बैल । उ॰—(क) कर त्रिशूल अरु डमरु बिराजा । चले बसह चढ़ि बाजहिं बाजा । तुलसी (शब्द॰) । (ख) अमरा शिव रवि शशि चतुरानन हयगय बसह हंस मृग जावत । धर्मराज बनराज अनल दिव शारद नारद शिव सुत भावत ।—सूर (शब्द॰) ।