बस्ता संज्ञा पुं॰ [फा॰ बस्तह् तुल॰ सं॰ वेष्ट (वेष्टन)] कपड़े का चौकोर टुकड़ा जिसमें कागज के मुट्ठे, बही खाते और पुस्तकादि बाँधकर रखते हैं । बेठन । क्रि॰ प्र॰—बाँधना । मुहा॰—बस्ता बाँधना=कागज पत्र समेटकर उठने की तैयारी करना ।