बाघंबर संज्ञा पुं॰ [सं॰ व्याघ्राभ्बर] १. बाघ की खाल जिसे लोग विशेषतः साधु, त्यागी और अमीर बिछाने आदि के काम में लाते हैं । २. एक प्रकार का रोएँदार कंबल जो दूर से देखने पर बाघ की खाल के समान जान पड़ता है ।