बाती

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बाती † संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ वर्ती]

१. लंबी सलाई के आकार में बटी हुई रुई या कपड़ा ।

२. कपड़े या रुई को बटकर बनाई हुई सलाई जो तेल में डुबाकर दिया जलाने का काम में आती है । बत्ती । उ॰—(क) परम प्रकाश रूप दिन राती । नहिं कछु चहिय दिया घृत बाती ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) यही सराव सप्तसागर घृति बाती शैल धनी ।—सूर (सब्द॰) ।

३. वह लकड़ी जो पान के खेत के ऊपर बिछाकर छप्पर छाते हैं ।