बारात

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बारात संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ वरयात्रा, प्रा॰ बरयत्ता]

१. किसी के विवाह में उसके घर के लोगों, संबंधियों, इष्टमित्रों का मिलकर बधू के घर जाना ।

२. वह समाज जो वर के साथ उसे ब्याहने के लिये सजकर बधू के जाता है । क्रि॰ प्र॰—निकलना ।—सजना । मुहा॰—बारात उठना=बारान का प्रस्थान करना । बारात बिदा होना=(१) कन्या के पिता के घर से बारात का प्रस्थान होना । (२) निधन होना । मर जाना । (३) शान शोकत समाप्त होना ।